AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद असद्उद्दीन का यह कहना है की उत्तर प्रदेश सरकार की नज़र वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों पर है और वक्फ सम्पतियों की जांच NRC जैसी है। उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया है की आखिर वक्फ सम्पत्तियों की जांच क्यों की जा रही है। उनके इस बयान पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जवाब देते हुए कहा है कि ओवैसी इस देश और प्रदेश के मुसलमानो के हितरक्षक नहीं हैं बल्कि वो मुसलमानो के खिलाफ है। वहीँ प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि किसी भी हालत में वक्फ की सम्पत्ति पर अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे।
दरअसल ये सारा मामला तब से गरमाना शुरू हुआ जब उत्तर प्रदेश सरकार ने 1989 के आदेश को पलटते हुए वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों की जांच के नए आदेश दिए जिससे ये पता चले ऐसी कौन से सार्वजनिक सम्पत्तियाँ है जो पुराने आदेश की आड़ में राजस्व रिकार्ड में बतौर वक्फ दर्ज़ हैं। वहीँ इस पूरे मामले में AIMIM के नेता वसीम वकार का कहना है की मंदिर,मठ,धर्मशालााओं और आश्रमों की सम्पत्तियों की भी जांच होनी चाहिए इन जगहों पर भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई है।