उत्तराखण्ड। टिहरी की प्रीति के साथ देहरादून के विकासनगर के ससुराल वालों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। सास-ननद ने पीड़ित प्रीति के शरीर को करीब 20 जगह से जला दिया। जब महिला के परिजन उसे छुड़ाने पहुंचे तो वो बिना कपड़ों के रसोई में कैद मिली। पीड़ित प्रीति का पति अनूप मानसिक रूप से कमजोर है। आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से प्रीति ससुराल वालों पर निर्भर हो गई तो ससुराल वाले उस पर जुल्म ढाने लगे। प्रीति पर बीते कई सालों से अत्याचार किया जा रहा था। पीड़ित की मां सरस्वती देवी ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर देकर मामले की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है। प्रीति की मां सरस्वती देवी ने बताया कि 12 साल पहले प्रीति की शादी जीवनगढ़, विकासनगर निवासी अनूप जगूड़ी से हुई थी। हम लोग एक साल से प्रीति को फोन कर रहे थे, मगर उसका मोबाइल बंद आ रहा था। अनहोनी की आशंका पर 16 सितंबर को सरस्वती देवी अपने बेटे जितेंद्र रतूड़ी के साथ बेटी की सुसराल जीवनगढ़, विकासनगर पहुंच गईं। यहां सास ने प्रीति से मिलाने से साफ इनकार कर दिया।परिजन जबरदस्ती घर में घुसे तो रसोई घर में प्रीति अर्द्धनग्न हालत में पड़ी मिली। उसके शरीर पर जलने के करीब 20 निशान मिले। वो कुछ भी कहने की हालत में नहीं थी। ससुराल वाले प्रीति को गर्म तवे से जलाते थे, कई बार उस पर गर्म पानी डाल देते थे। कई-कई दिनों तक खाना नहीं देते थे, जूठी थालियों में बचा खाना खाकर वह किसी तरह जी रही थी। किसी को उसकी चीख न सुनाई दे, इसलिए मुंह में कपड़ा ठूंस देते थे। ससुर देवेंद्र दत्त सेना में है। छुट्टी पर घर लौटने पर वो भी बहू के साथ मारपीट करता था। बहरहाल पुलिस ने सास सुभद्रा देवी, ननद जया जगूड़ी और ससुर देवेंद्र दत्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पीड़ित को उपचार के लिए देहरादून भेजा गया है।