बेटे और पड़ोसियों में हुए झगड़े का बचाव करने पहुंचे बुजुर्ग किसान को दबंगों ने पीट-पीटकर मार डाला। वारदात को अंजाम देकर आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल की। परिजनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। शव उठाने से इंकार कर दिया। इसके लेकर पुलिस और परिजनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को समझाकर शांत किया। इसके बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को लेकर भेज दिया है। बुजुर्ग किसान की मौत से परिजनों के कोहराम मचा है।
यह वारदात सैदनगली थानाक्षेत्र के गांव सकतपुर में हुई। मूलरूप से आदमपुर के गांव ततारपुर निवासी करन सिंह पिछले बीस साल से अपनी ससुराल सकतपुर में रह रहे थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे और दो बेटी हैं। करन सिंह पेशे से किसान थे। बताया जा रहा है कि छह दिन पहले उनके बेटे संजीव और राकेश का पड़ोस में रहने वाले दीपक से विवाद हो गया था। सोमवार को फैसले के बहाने से दोनों भाइयों को भूरे के घर बुला लिया, लेकिन यहां विवाद बढ़ गया।
दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। करन सिंह बेटे और पड़ोसियों के बीच में हुए झगड़े का बचाव करने मौके पर पहुंच गए, लेकिन आरोपियों ने बुजुर्ग को भी बुरी तरह पीटा। गला भी दबाया है। इससे वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े।
घटना के बाद आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए। आनन-फानन में परिजन करन सिंह को लेकर सैदनगली के निजी अस्पताल में पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया।
आक्रोशित परिजनों को गुस्सा भड़क गया। बाद में परिजनों ने शव भूरे के घर में घटनास्थल पर रखकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही सैदनगली और हसनपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। एएसपी और सीओ ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह तत्काल आरोपियों की गिरफ्तार की मांग करते रहे। परिजनों ने शव को उठाने के साफ इंकार कर दिया। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसओ राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बेटे राकेश ने गांव के तीन लोगों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। मामले की जांच की जा रही है। एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।