”दोस्ती करो, नहीं तो उठा लेंगे”, स्कूल में हथियार लहराकर मुस्लिम युवकों ने दी छात्राओं को धमकी, कई छात्रों को पीटा
रांची के ओरमांझी स्थित सरकारी स्कूल में घुसे हथियारबंद मुस्लिम युवकों ने छात्राओं को धमकी दी कि दोस्ती करो, नहीं तो तुम्हें उठा लेंगे। इस दौरान बीच में आए कई छात्रों की पिटाई भी की गई। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
झारखंड समाचार: राजधानी रांची के ओरमांझी स्थित प्रोजेक्ट प्लस-2 उच्च विद्यालय में कुछ मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों पर जबरन दोस्ती करने का दबाव डाल रहे हैं। हथियार लहराते हुए स्कूल में घुसे मनचले ने 9वीं कक्षा के छात्राओं को धमकी दी है कि ”दोस्ती करो, नहीं तो उठा लेंगे” स्कूल के शिक्षकों और कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया तो उन्हें पीटा गया और अंजाम भुगतने की धमकी दी गई।
छात्राओं के अनुसार, इस तरह की धमकी एक सप्ताह से लगातार दी जा रही है। इस मामले में थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने मामले की पुष्टि आजतक से की है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है।
एसपी नौशाद आलम ने आगे बताया कि 5 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश बेकार है। यहां के लोग समझदार है। निर्दोष को पुलिस छुएगी नहीं और दोषी को बख्शे नहीं जाएंगे।
इधर, बीजेपी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी का आरोप है कि झारखंड में लव जिहाद और गुंडागर्दी की घटनाएं थम नहीं रही हैं। लगातार कुछ कुंठित मानसिकता वाले मुस्लिम युवक हिंदू बेटियों को टारगेट कर रहे हैं। लेकिन हेमंत सोरेन सरकार कुछ नहीं कर रही है।
बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कहा, ”ताजा घटना में रांची से सटे ओरमांझी में एक स्कूल में मुस्लिम युवकों ने घुसकर हथियार लहराकर आदिवासी और हिंदू बेटियों को धमकी दी। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सरकार से न हो पाएगा तो भाजपा को बताएं। हिंदू हर तरीके से सक्षम है।”
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि गैर बीजेपी शासित प्रदेशों में बीजेपी हर मामले में को सांप्रदायिक चश्मे से देखती है। कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने कहा कि बीजेपी को माहौल को अशांत करने का सिर्फ मौका भर चाहिए। अगर मनचले थे तो उन पर करवाई हो रही है। एफआईआर दर्ज हो चुकी है।