श्री नादेड़ साहिब के दर्शनों को जाने वाली संगतों के लिए खुशखबरी है कि सचखंड एक्सप्रैस अब दोबारा खन्ना, सरहिंद, राजपुरा होकर अम्बाला जाया करेगी। इससे पहले इस रेलगाड़ी का रूट बदलकर अम्बाला से चंडीगढ़ वाया लुधियाना कर दिया गया था। करीब दो साल बाद दोबारा अपने पहले वाले रूट पर यह गाड़ी चालू हुई है। इसके साथ ही कांग्रेस और भाजपा में क्रेडिट वार भी छिड़ गई है। दोनों पार्टियों के नेता इसे अपने-अपने प्रयास बता रहे हैं। सांसद के झंडी दिखाने से पहले ही खन्ना रेलवे स्टेशन पर अकाली-भाजपा नेताओं ने गाड़ी रोककर लड्डू भी बांटे।
सरहिंद जंक्शन पर रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाने पहुंचे फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेसी सांसद डा. अमर सिंह ने कहा कि फतेहगढ़ साहिब शहीदों की धरती है। यहां दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के माता जी और छोटे साहिबजादों ने शहीदी प्राप्त की। दूसरी ओर नांदेड़ साहिब में गुरु साहिब जी की शहीदी हुई। इस धरती से अगर उस धरती तक जाने के लिए कोई साधन नहीं होना बड़ा निराशाजनक था। इसलिए उन्होंने बहुत बार केंद्रीय रेल मंत्री से मुलाकात की। चिट्ठियां लिखी गईं। रेलवे के अधिकारियों से मुलाकातें की गईं। प्रधानमंत्री को भी चिट्ठी लिखी गई। इस संघर्ष के चलते दोबारा यह गाड़ी इस रूट पर चालू हुई। जिसके चलते उन्होंने लड्डू बांटकर खुशी मनाई। सांसद ने कहा कि बाकी की रेल गाड़ियां भी इसी रूट पर जल्दी चालू होंगी।
फतेहगढ़ साहिब से पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने सांसद डा. अमर सिंह और केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि इसकी बहुत जरूरत थी। क्योंकि फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, राजपुरा, खन्ना, बस्सी पठानां आदि इलाके की संगतें खन्ना और सरहिंद से इस गाड़ी जरिये जाती थीं। परंतु रूट बदलने कारण बहुत सी संगतें दर्शन नहीं कर पाई। अब दोबारा संगतें आसानी से श्री नांदेड़ साहिब जा सकेंगी।
दूसरी ओर इस रेल गाड़ी के रूट को दोबारा चालू करवाने का दावा करते हुए भाजपा नेता अनुज छाहड़ियां ने कहा कि सांसद डा. अमर सिंह ने कोई प्रयास नहीं किया। सांसद को तो यह भी नहीं पता चला कि रेलगाड़ी का रूट बदल गया है। न ही डी.आर.एम. की चिट्ठी का जवाब दिया गया था। यह तो केंद्र सरकार ने सिक्ख संगत की मांग को देखते हुए फैसला लिया है।