घर के खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए गरम मसाले का आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. शायद ही ऐसा कोई घर हो जहां पर खाने में गरम मसाला इस्तेमाल न होता हो. चाहे वेज फूड हो या नॉनवेज फूड, गरम मसाले के बिना खाने का स्वाद ही नहीं बन पाता. भारतीय खाने में गरम मसाला एक अहम स्थान रखता है. गरम मसाला वैसे तो कई गुणों से भरपूर होता है और शरीर के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कई बार इसका ज्यादा इस्तेमाल आपको परेशानी में भी डाल सकता है. यह कई बीमारियों को जन्म दे सकता है.
गरम मसाले में एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करती है, जिससे दर्द में आराम मिलता है. इसी तरह से डायबिटीज में भी फायदेमंद माना गया है. इसके एंटीऑक्सिडेंट्स इसे हर प्रकार से इस्तेमाल करने में प्रभावी बनाते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
गरम मसाले के यूं तो बहुत से फायदे हैं लेकिन इसका लाभ आप तभी उठा सकते हैं जब इसे सीमित मात्रा में और चुनिंदा रेसिपीज में ही इस्तेमाल करें. गरम मसाले को खाने के अंत में और दूसरे मसालों की तुलना में बहुत कम मात्रा में डाला जाता है. नॉनवेज खाने में यह विशेषतौर पर थोड़ा अधिक पड़ता है.
गौरतलब बात यह है कि अगर आप इसे लगातार और ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करेंगे तो इससे आपको पाइल्स, एसिडिटी, सीने और पेट में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. चूंकि यह काफी तेज होता है इसलिए इसकी थोड़ी भी बढ़ी हुई मात्रा आपके पेट को परेशानी में डाल सकती है. जिनका पाचनतंत्र कमजोर है या जिन्हें आमतौर पर पेट की कोई भी समस्या जैसे गैस, अपच आदि की समस्या रहती हो, उन्हें गरम मासला प्रयोग नहीं करना चाहिए.